मगध विश्वविद्यालय ने देश की बड़ी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज को सोमवार को क्रिमिनल व सिविल नोटिस भेजा है। नोटिस में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज से यह पूछा गया है कि सूबे की सबसे बड़ी और प्राचीन मगध विश्वविद्यालय को किस आधार पर फर्जी के लिस्ट में शामिल किया गया है। यहां से पास आउट छात्रों की डिग्री को फर्जी करार दिया गया है।
विवि के अधिवक्ता अजय नारायण श्रीवास्तव ने बताया कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के ऐसे बयान और यहां से पास आउट छात्रों को नौकरी से निकालने मामले पर विवि की छवि धूमिल हुई। और यहां अध्यनरत हजारों छात्रों को इससे आघात पहुंचा है। सर्विसेज 15 दिन के अंदर जबाव दें। अन्यथा कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।
वहीं, विवि के पीआरओ डा. एमएस इस्लाम ने बताया कि सोमवार को क्रिमिनल व सिविल नोटिस को विवि लीगल शाखा द्वारा अंतिम रूप दिया गया। जिसे कुलपति के अनुमोदन के पश्चात कुलसचिव के हस्ताक्षर से विवि के अधिवक्ता के माध्यम से भेजा गया है। अब विवि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के जबाव का इंतजार करेगी। और जबाव प्राप्त होते ही अग्रत्तर कार्रवाई सुनिश्चित कराने की दिशा में पहल करेगी।
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