मानपुर के आबगिला जगदीशपुर मुहल्ले निवासी प्रभाकर कुमार ने वर्ष 2013 में हुई बीपीएससी परीक्षा में सामान्य में 316 रैंक प्राप्त कर अपने परिजनों का नाम रौशन की है। उन्होंने कहा कि पिता सुजीन्द्र प्रसाद शिक्षक पद पर कार्यरत थे। वर्ष 1990 में उनका निधन हो गया। वे दो भाई हैं, जिसमें बड़े श्री कुमार एवं छोटे दिवाकर कुमार दिल्ली में रहकर इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। श्री कुमार ने कहा कि पिता के निधन होने के बाद आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। इसी बीच मामा तरुण कुमार के सहयोग से पढ़ाई शुरु किया। उनके सहयोग से पटना विश्वविद्यालय से वर्ष 2007 में एमए की पढ़ाई पूर्ण किया।
सामान्य शिक्षा ग्रहण करने के बाद उसी वर्ष मुझे शादी हो गई। उन्होंने कहा कि पत्नी अर्चना शर्मा भी एमए तक शिक्षा ग्रहण कर कोचिंग की शुरुआत की। उक्त कोचिंग के सहारे आर्थिक रुप से काफी मदद मिली। तभी पत्नी सुश्री शर्मा ने मुझे कमीशन तैयारी के लिए प्रेरित करने लगी, तभी मैने भी मन लगाकर रोजाना आठ घंटे पढ़ाई करने लगा। वे पहली बार वर्ष 2012 में प्रथम बार बीपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए। परन्तु विषय गलत चयन किये जाने के कारण फेलकर गया था। तभी इस बार की परीक्षा में शामिल होने पर उत्तीर्ण हुआ।
वहीं पत्नी ने भी पति की सफलता देख बीपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने की मन बना ली है।

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